Tuesday, November 1, 2016

डियर जिंदगी !!



डियर जिंदगी
रास्ता दे ,एक वजह दे
जो बस तेरे लिए जी जाऊं !!
कोई दर्द न दे मुझे
कमज़र्फ़ न दे मुझे
कि हर मुश्किल सिए जाऊं !!
कोई सोच दे
जो फलक तक ले जाये
कोई जिक्र दे
जो खुद तलक ले जाये
और मैं इश्क़ बस
खुद से ही किए जाऊं !!
कुछ लफ्ज़ दे
दिल बनाने के लिए
ख़ामोशी भी
खुद को पाने के लिए
दो कोर मुफलिसी के
भी जिए जाऊं !!



15 comments:

Anonymous said...

Beautiful!!!

wordy said...


zindagi ko itne pyar se pukaroge to vo khud b khud chali aayegi hi
aur aapki kalam to hai hi aisi

wordy said...


kaise soch pati ho aap itna
samjh nhi aata :)

Anonymous said...


too gud mam






aniket

ब्लॉग बुलेटिन said...

ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन, "जीवन के यक्ष प्रश्न - ब्लॉग बुलेटिन“ , मे आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !

दिगम्बर नासवा said...

वजहें बिखरी होती हैं आस पास ... जिंदगी मौके भी देती है ... कई बार हम ही नासमझ रह जाते हैं ...
बहुत खूब रचना है ...

Amrita Tanmay said...

वाह ! बहुत अच्छी है ये डियर जिंदगी ।

Parul kanani said...
This comment has been removed by the author.
Parul kanani said...
This comment has been removed by the author.
Parul kanani said...

@you....be in your limits.. No need to comment again..

Parul kanani said...

It's not a address book... Understand!!!

Anonymous said...


parul....kya kehoon kya likha hai
straight from the heart





vartika

सुशील कुमार जोशी said...

सुन्दर भाव ।

Unknown said...

बहुत सुन्दर
http://savanxxx.blogspot.in

Onkar said...

बहुत खूब