एक ख़ामोशी!
एक अनसुनी सी ख़ामोशी
अल्फाजों में लिपट गयी
मैं गीत सा बनता गया
यूँ मुझ में वो सिमट गयी!
मैं गूंजता गया यूँ भी
दिलों के ज़र्रे ज़र्रे में
मेरी जिंदगी बिखर गयी
लफ्ज़ लफ्ज़, फर्रे में
बाकी वो दिल की हूक भी
दर्द में ही कट गयी!
दर-दर फिरा हूँ मैं
जिंदगी के ख़त लिये
और
गाता रहा हूँ
वक़्त की रहमत लिये
आज ये आवाज मेरी
कई दिलों में बंट गयी!
कोरा होना मेरा
जितना संगीन था
लफ़्ज़ों के शोर में
दिल बहुत रंगीन था
उन्ही रंगों से आज
रूह मेरी छंट गयी!
पारुल दी,
ReplyDeleteजितने खूबसूरत ये अल्फाज़ हैं, उनसे भी खूबसूरत उसके पीछे के जज़्बात!
~ कनुप्रिया
http://gulzar101.blogspot.com
जग को जीत कहां तुम चले गए...
ReplyDeleteजय हिंद...
Bahut acchhii hai Parul :)
ReplyDeleteकोरा होना मेरा
ReplyDeleteजितना संगीन था
लफ़्ज़ों के शोर में
दिल बहुत रंगीन था
उन्ही रंगों से आज
रूह मेरी छंट गयी!
बहुत गहरे अर्थ संप्रेषित हुए हैं आपकी इन पंक्तियों में ......बहुत सुन्देता से अपने हर भाव को अभिव्यक्त किया है ....जगजीत जी को भावभीनी श्रद्धांजलि .....!
कुछ लोग अपना काम ख़ामोशी से करते हैं ...और एक दिन कूच कर जाते है......
ReplyDeleteकहाँ तुम चले गये।
ReplyDeletereally will miss him :-(
ReplyDeleteबहुत अच्छा लिखा है पारुल जी आपने।
ReplyDelete----
कल 12/10/2011 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
धन्यवाद!
खामोशी भी तो बहुत कुछ कह देती है……।
ReplyDeleteबेहतरीन अभिव्यक्ति
ReplyDeleteश्रद्धांजलि उस जादूगर को
speechless!
ReplyDeleteultimate!
ReplyDeleteu r so talented...hats off!!
ReplyDeleteजगजीतसिंह जैसे गायक दशकों बाद किसी देश को ,संगीत को ,साज को आवाज को मिलते हैं |संगीत के साथ इस देश ने एक अलबेले गायक को खो दिया |आपकी कविता बहुत ही सुंदर भावनात्मक श्रधांजलि है |आपको मेरा नमन
ReplyDeleteजगजीतसिंह जैसे गायक दशकों बाद किसी देश को ,संगीत को ,साज को आवाज को मिलते हैं |संगीत के साथ इस देश ने एक अलबेले गायक को खो दिया |आपकी कविता बहुत ही सुंदर भावनात्मक श्रधांजलि है |आपको मेरा नमन
ReplyDeleteपारुल जी सुन्दर भावनात्मक श्रधान्जली |आपने बहुत ही सुंदर शब्दों से इस लोकप्रिय गायक को याद किया है |आपकी लेखनी को सलाम \
ReplyDeleteपारुल जी सुन्दर भावनात्मक श्रधान्जली |आपने बहुत ही सुंदर शब्दों से इस लोकप्रिय गायक को याद किया है |आपकी लेखनी को सलाम \
ReplyDeleteमेरे पसंदीदा गायकों में से एक जगजीत साहब....उन्होंने जो गाया वो अमर कर दिया...मेरी श्रद्धांजलि उनको| और खूबसूरत अल्फाजों में आपने अपनी बात कही है |
ReplyDeleteसुन्दर भावों को दर्शाती एक सुन्दर पोस्ट|
bahut hi sundar or bhavpurn rachana hai apki..
ReplyDeletebahut hi shaandaar bhavon se sur samarat ko binam shrdhanjali..behtarin..sadar badhayee aaur amantran ke sath
ReplyDeletesundar abhivyakti, badhai.
ReplyDeleteबहुत भावपूर्ण प्रस्तुति |
ReplyDeleteआशा
सच्ची श्रद्धांजली...
ReplyDeleteसादर...
जगजीत सिंह को यद् करने के लिए इससे बेहतर क्या कहा जा सकता है!
ReplyDeleteघुघूतीबासूती
bahut badiya shrdhanjali..
ReplyDeletesach mein unke geet sadiyon gunjte rahenge...
अतिसुन्दर...विनम्र श्रद्धांजलि
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर पारुलदी !
ReplyDeleteअति सुंदर।
ReplyDeleteJagjitji ko bahut sundar shraddhanjali
ReplyDeletevl miss him a lot
ReplyDeleteजगजीत जी के साथ एक युग चला गया ...
ReplyDeleteआपके जज्बातों को सलाम ...
तुम जैसे गए, ऐसे भी तो जाता नहीं कोई... बहुत खूबसूरत अल्फाज हैं..
ReplyDeleteहां, उसकी आवाज़ रूह को अब भी सहलाती है...। क्या कहा जाये..यह भी तो नहीं कि आपके शब्दों में पिरोई गई खामोशी अच्छी है। बस फनकार के लिये लिखी गई, उसीकी तरह की अभिव्यक्ति....
ReplyDeleteदर्द में ही कट गयी!
ReplyDeleteदर-दर फिरा हूँ मैं
जिंदगी के ख़त लिये
और गाता रहा हूँ
बहुत खूब!
di ..tu to kamaal hai re!
ReplyDeleteआपका पोस्ट अच्छा लगा । मेर नए पोस्ट "अपनी पीढ़ी को शब्द देना मामूली बात नही है " पर आपका बेसब्री से इंतजार रहेगा । धन्यवाद ।
ReplyDeletebehtar andaz
ReplyDeleteसुन्दर प्रस्तुति, सुन्दर भाव , बधाई.
ReplyDeleteकहाँ खो गयीं है आप ... बहुत दिनों से आपका लिखा कुछ पढ़ा नहीं ...
ReplyDeleteParul Saahib!
ReplyDeletePyara aur regarding tribute to Jagjit sing ji...Congra.
सुन्दर भावभीनी प्रस्तुति.
ReplyDeleteनववर्ष की आपको बहुत बहुत हार्दिक शुभकामनाएँ.
समय मिलने पर मेरे ब्लॉग पर आईयेगा,पारुल जी.
very nice poem...
ReplyDeleteand excellent blog...the whole of it.
ati sunder bhavo aur shavdo la taal mel...
ReplyDeletenice and beautiful :)
ReplyDeleteye apne likha hai....bahut sunder wakai.......
ReplyDeletewaah.... bahut hi sunder shabd
ReplyDeletewaah...bahut hi sunder shabd..
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