ओ रूई सी
छुईमुई सी
जब भी तू हँसती है!
एक नदी सी
बनती-बिगड़ी सी
मुझ में आ बसती है !!
उल्टी-सीधी सी
एक परिधि सी
जब भी मुड़ती है !
इधर से उधर से
जाने किधर से
मुझ में आ जुड़ती है!
एक परी सी
मुझसे भरी सी
प्यारी सी कश्ती है!!
बातों के कटोरे में
मन यूँ खनकता है
नींद के धागों में
चाँद भी उलझता है
मेरी रूह भी कहीं
तुझमें ही फँसती है!!
बारिशों का एक
छोटा सा दरिया है
यूँ भीग जाने का
मासूम ज़रिया है
कोई हँसी तेरी
जब यूँ ही बरसती है!!
हूक से भरे
शब्दों के दोने है
आढे -तिरछे से
मन के खिलोने है
यूँ ही नही तुझको
मेरी जिंदगी तरसती है!!
मेरे मौसम की
तू कच्ची सी कैरी है
जो आज मैने
तेरी हर ज़िद पहरी है
तेरा बचपन महँगा है
मेरी उम्र सस्ती है!!
wish u happy birthday...
ReplyDeleteHappy birthday!!
ReplyDeleteब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन नहीं रहे कंप्यूटर माउस के जनक डग एंजेलबर्ट - ब्लॉग बुलेटिन मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
ReplyDeleteकनानी आपकी इस रचना जैसी ही प्यारी है, जन्मदिन की बहुत बहुत शुभकामनाएं.
ReplyDeleteरामराम.
बहुत सुंदर!
ReplyDeleteढेरों आशीर्वाद व स्नेह प्यारी सी बिटिया को!:-)
~सादर!!!
lovely name 'kanani'
ReplyDeletegod bless you baby!
vartika!
meri bhi bahut bahut shubkamnayen kanani!
ReplyDeleteBeautiful expressions, wish u a very happy Bday Kanani :)
ReplyDeleteबच्ची को ढेरों शुभकामनाएँ .
ReplyDeleteब्लॉग थोडा ज्यादा काला नहीं हो गया ?
लिखते रहिये ..
प्यारी सी बिटिया को प्यारी सी शुभकामनायें।
ReplyDeleteसुन्दर प्रस्तुति, जन्मदिन मुबारक
ReplyDeleteSunder... :)
ReplyDeleteSunder.... :)
ReplyDeleteबहुत अच्छी रचना......कनानी उससे भी ज्यादा खूबसूरत.......सालगिरह की दिली मुबारकबाद......अल्लाह कनानी को सेहत, ख़ुशी और उम्र से लबरेज़ रखे.......आमीन।
ReplyDeleteबहुत अच्छी रचना......कनानी उससे भी ज्यादा खूबसूरत.......सालगिरह की दिली मुबारकबाद......अल्लाह कनानी को सेहत, ख़ुशी और उम्र से लबरेज़ रखे.......आमीन।
ReplyDeleteबधाई जमन दिन की प्यारी सी गुडिया को ...
ReplyDeleteकूट कूट के प्रेम भरा है इस रचना में ...
sunder abhivyakti ... bahut khoob ...
ReplyDeleteउम्दा पोस्ट ....
ReplyDeleteथोड़ी देर से सही....प्यारी बेटी को ..haapy birthday...
nice,,..
ReplyDeletevery nice..
ReplyDeleteअरे वाह । कनानी बिटिया का नाम है । बहुत प्यारी रचना और मैं तीन साल बाद पढ़ रही हूँ । बिटिया को शुभाशीष।
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