फिर जीने की चाह हुई
देखा जब तुम्हे यादों के झरोखे से ॥
फिर बिखरे मन के पन्ने
तेरी एक झलक के झोंके से ॥
वो क्या दिन थे
जब छुप छुप कर
हम तुमको देखा करते थे
अपने दिल के कुछ लफ्ज़
खामोशी में लपेट कर फेंका करते थे
और रोक नही पाते थे ख़ुद को
ख़ुद के ही रोके से ॥
वो भी क्या रातें थी
बस जब तुमको सोचा करते थे
सपनों की बस्ती में
तुमको ही खोजा करते थे
निकल नही पाते थे तुमसे
औरों के भी टोके से ॥
पाया भी नही कि पहले ही
खोने से डर लगता था
तेरे होने से जिंदगी का वजूद भी
बस लम्हा भर लगता था
कुछ लम्हों में सिमट गई थी
अनकहे प्यार की कहानी
सब मिटता चला गया
समय के धोखे से ॥
कविता के भाव बहुत अच्छे हैं । अगर तुकांतता की बात की जाये तो कुछ हद तक भटकाव है बीच की कुछ पंक्तियों में पहले वाली रचना से कुछ कम बेहतर बनी है ये । शुभकामनाएं ऐसे ही लिखती रहें ।
ReplyDeleteफिर जीने की चाह हुई
ReplyDeleteदेखा जब तुम्हे यादों के झरोखे से ॥....
गहन भाव |
कुछ लम्हों में सिमट गई थी
ReplyDeleteअनकहे प्यार की कहानी
सब मिटता चला गया
समय के धोखे से ॥ bahut badhiya
अल्हड़पन की सारी बातें,
ReplyDeleteबड़ी सफाई से लिख डाली।
दर्द उभर आया शब्दों मे,
बनकर स्याही काली-काली।
आया ऐसा समय एक दिन,
थम सी गयी रवानी।
अन्तर्मन में छिपी हुई है,
वही पुरानी,एक कहानी।
समय बड़ा बलवान,
समय से सारा जग है हारा।
कल तक जो था मेरा,
अब वो करने लगा किनारा।
'उजाले अपनी यादों के हमारे साथ रहने दो
ReplyDeleteजाने किस गली में जिन्दगी की शाम हो जाए'
ऐसी ही होती हैं यादें...किसी के जीने का सहारा तो किसी के लिए आगे बढ़ने का संबल...अच्छी कविता..बधाई
तेरे होने से जिंदगी का वजूद भी
ReplyDeleteबस लम्हा भर लगता था
कुछ लम्हों में सिमट गई थी
अनकहे प्यार की कहानी
सब मिटता चला गया
समय के धोखे से ॥
दिल से निकली हुई सुंदर rachna है
वाह बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति।
ReplyDeleteपचास प्रतिशत सफलता वाली प्रेम गाथा पर शानदार अभिव्यक्ति।
ReplyDeleteसुंदर अभिव्यक्ति हुई है ...
ReplyDeleteतेरे होने से जिंदगी का वजूद भी
ReplyDeleteबस लम्हा भर लगता था
कुछ लम्हों में सिमट गई थी
अनकहे प्यार की कहानी
बहुत खूब। सुन्दर प्रस्तुति। कहते हैं कि-
अक्ल तय करती है लम्हों का सफर सदियों में।
इश्क तय करता है लम्हों में जमाने कितने।।
सादर
श्यामल सुमन
09955373288
मुश्किलों से भागने की अपनी फितरत है नहीं।
कोशिशें गर दिल से हो तो जल उठेगी खुद शमां।।
www.manoramsuman.blogspot.com
बहुत सुन्दर भावभीनी अभिव्यक्ति
ReplyDeletethanx 2 all of u
ReplyDeleteमुझे बहुत अच्छी लगी पढ़कर .....
ReplyDeletehum tou pahle se aapke kayaal hain..bahut bahut aachha likhti hoon..really
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