tag:blogger.com,1999:blog-3994877136740015507.post4804117629148853536..comments2023-10-31T21:23:40.337+05:30Comments on Rhythm of words...: २६/११ ...एक संकल्प !Parul kananihttp://www.blogger.com/profile/11695549705449812626noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-3994877136740015507.post-16217864710216382802009-11-27T17:54:53.596+05:302009-11-27T17:54:53.596+05:30ham vada kar rahe he..par kyaa..jaante he..kese at...ham vada kar rahe he..par kyaa..jaante he..kese atankvaad band hogaa????savalo ke beech intjaarअमिताभ श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/12224535816596336049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3994877136740015507.post-56740151044674619042009-11-26T16:28:57.685+05:302009-11-26T16:28:57.685+05:30BAS AUR NAHI ....
ARSHBAS AUR NAHI ....<br /><br /><br /><br />ARSH"अर्श"https://www.blogger.com/profile/15590107613659588862noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3994877136740015507.post-57582664572257914362009-11-26T05:55:08.900+05:302009-11-26T05:55:08.900+05:30तू रोज अपनी जिंदगी से
नया जज्बा ले,नई सीख ले ।
तू ...तू रोज अपनी जिंदगी से<br />नया जज्बा ले,नई सीख ले ।<br />तू मांग सब अपने आप से<br />औरों से ना कोई भीख ले ।<br />तू ख़ुद अपना भाग्य-विधाता है<br />वक्त के हाथ में तेरी डोर नही ।।<br />कह रहा .....अब २६/११ और नही....<br />और नही............<br /><br />बहुत सुन्दर!<br />आत्मविश्वास जगाती रचना के लिए बधाई!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3994877136740015507.post-16935791858165385932009-11-25T22:07:05.931+05:302009-11-25T22:07:05.931+05:30पारुल.. ये वादा है हम सबका.. अब 26/11 और नहीं... क...पारुल.. ये वादा है हम सबका.. अब 26/11 और नहीं... कभी नहीं और कभी नहीं..अबयज़ ख़ानhttps://www.blogger.com/profile/06351699314075950295noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3994877136740015507.post-29158971929049152042009-11-25T20:49:46.158+05:302009-11-25T20:49:46.158+05:30आज यूँ मौज-दर-मौज ग़म थम गया
इस तरह गमज़दों को करा...आज यूँ मौज-दर-मौज ग़म थम गया<br />इस तरह गमज़दों को करार आ गया<br />जैसे खुशबू-ए-जुल्फ-ए-बहार आ गयी<br />जैसे पैगाम-ए-दीदार-ए-यार आ गया<br /><br />जिसकी देदो-तलब वहम समझे थे हम<br />रू-ब-रू फ़िर से सरे-रहगुज़र आ गए<br />सुबह-ए-फर्दा को फ़िर दिल तरसने लगा<br />उम्र-रफ्त: तेरा ऐतबार आ गया<br /><br />रुत बदलने लगी रेंज-दिल देखना<br />रंगे-गुलशन से अब हाल खुलता नहीं<br />ज़ख्म छलका कोई या गुल खिला<br />अश्क उमड़े की अब्र-ए-बहार आ गया<br /><br />खून-ए-उश्शाक से जाम भरने लगे<br />दिल सुलगने लगे, दाग़ जलने लगे<br />महफिल-ए-दर्द फ़िर रंग पर आ गयी<br />फिर शब-ए-आरजू पर निखार आ गया<br /><br />सरफरोशी के अंदाज़ बदलते गए<br />दावत-ए-क़त्ल पर मक्ताल-ए-शहर में<br />डालकर कोई गर्दन में तौक़ आ गया<br />लादकर कोई काँधे पे दार आ गया<br /><br />'फ़ैज़' क्या जानिए यार किस आस पर<br />मुन्तज़िर हैं की लाएगा कोई ख़बर<br />मयकशों पर हुआ मुहतसिब मेहरबान<br />दिलफिगारों पे क़ातिल को प्यार आ गयाAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/13444886353354496579noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3994877136740015507.post-80393557925095664152009-11-25T19:29:02.022+05:302009-11-25T19:29:02.022+05:30अब २६/११ और नही....
और नही............
-बिल्कुल ...अब २६/११ और नही....<br />और नही............ <br /><br />-बिल्कुल नहीं!!!!!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3994877136740015507.post-74008378540903582442009-11-25T18:08:38.934+05:302009-11-25T18:08:38.934+05:30तू रोज अपनी जिंदगी से
नया जज्बा ले,नई सीख ले ।
Go...तू रोज अपनी जिंदगी से<br />नया जज्बा ले,नई सीख ले ।<br /><br />Good Suggestion!Rajeyshahttps://www.blogger.com/profile/01568866646080185697noreply@blogger.com